मेरे अज़ीज़ ज़रा ऐतबार कर लेता, मैं एक जश्त में दरिया को पार कर लेता, मैं ज़िन्दगी के खराबे में खो गया वरना, मैं अपने आप से मिलता तो प्यार कर लेता। 💖💖💖❤❤❤💖💖💖
मोहब्बत मुक़द्दर है कोई ख्वाब नहीं, ये वह अदा है जिसमें सब कामयाब नहीं, जिन्हें पनाह मिली उन्हें उँगलियों पर गिन लो, मगर जो फना हुए उनका कोई हिसाब नहीं। 💖💖💖❤❤❤💖💖💖
ये ना समझ कि मैं भूल गया हूँ तुझे, तेरी खुश्बू मेरे साँसों में आज भी है, मजबूरियों ने निभाने ना दी मोहब्बत, सच्चाई मेरी वफाओं में आज भी है। 💖💖💖❤❤❤💖💖💖
जिसे छू कर नही देखा उसे पाने का अरमान है, हक़ीक़त कितनी मुश्किल है, ख्वाब कितने आसान हैं। 💖💖💖❤❤❤💖💖💖
चेहरे पर खुशी छा जाती है, आँखों में सुरूर आ जाता है, जब तुम कहते हो मुझे अपना, अपने पे गुरुर आ जाता है। 💖💖💖❤❤❤💖💖💖
कोशिश बहुत की के राज़-ए-मोहब्बत बयाँ न हो, पर मुमकिन कहाँ है के आग लगे और धुँआ न हो। 💖💖💖❤❤❤💖💖💖
उसके चेहरे की चमक के सामने सब सादा लगा, आसमान पे चाँद पूरा था, मगर आधा लगा। 💖💖💖❤❤❤💖💖💖